( पदबंध ) padbandh kise kahate hain?

यह तो आप जानते ही हैं कि शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहते हैं। जब शब्द का वाक्य में प्रयोग त है वह पद कहलाता है। कभी वह संज्ञा पद तो कभी क्रिया पद तो कभी विशेषण पद कहलाता है। ‘पदबंध‘ का शाब्दिक अर्थ है- पदों में बंधा हुआ। अर्थात् वाक्य का वह अंश जिसमें एक से अधिक पर मिलकर एक इकाई के रूप में व्याकरणिक कार्य करते हैं।

उदाहरण-

(क) मेरी छोटी बहन पाँचवीं कक्षा में पढ़ती है।

(ख) संयुक्ता ने कल ताजे भुट्टे खरीदे।

उपरोक्त वाक्यों में रंगीन पदसमूह एक व्याकरणिक इकाई का कार्य कर रहे हैं, अतः ये पदबंध हैं। पदबंध पाँच प्रकार के होते हैं।

  • 1. संज्ञा पदबंध
  • 2. सर्वनाम पदबंध
  • 3. विशेषण पदबंध
  • 4. क्रिया पदबंध
  • 5. क्रिया-विशेषण पद

1. संज्ञा पदबंध

जब एक से अधिक पद मिलकर एक संज्ञा का कार्य करते हैं, तो उसे संज्ञा पदबंध कहते हैं। उदाहरण- (क) मेरे बड़ौदा वाले चाचाजी आजकल दिल्ली आए हुए हैं।

(ख) चौराहे पर गरीब बीमार बच्चे को देख मेरी आँखें भर आई।

(ग) सूरदास द्वारा रचित गीत आज भी लोग गुनगुनाते हैं।

(घ) मेरे बगीचे में रंग-बिरंगे फूल खिले हैं।

2. सर्वनाम पदबंध

जब अनेक शब्द मिलकर सर्वनाम का कार्य करें, तो उन्हें सर्वनाम पदबंध कहा जाता है। उदाहर

(क) कक्षा के शरारती छात्रों में कुछ आज अनुपस्थित हैं।

(ख) कठिनाई का सामना करने वाले तुम आज इतने निराश क्यों हो? (ग) मेरे परिचित लोगों में से कोई भी यहाँ दिखाई नहीं देता।

(घ) इतना योग ध्यान करने वाले आप कैसे बीमार पड़ गए।

3. विशेषण पदबंध

जब कोई पद समूह संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बताए, उसे विशेषण पदबंध कहते हैं। उदाहरण-

(क) नृत्य तथा संगीत जानने वाले बच्चों को ही नृत्य नाटिका में लिया जाएगा।

(ख) मेरी खोई हुई घड़ी अचानक घर में हो मिल गई।

(ग) पिंजरे से छूटकर भागे हुए भालू को लोगों ने बड़ी मुश्किल से पकड़ा।

(घ) दया करने वाले लोग किसी का कष्ट नहीं देख पाते।

4. क्रिया पदबंध

समूह वाक्य में क्रिया का कार्य करता है, उसे किया कहते हैं। उदाहरण-

(क) सूर्य पश्चिम में डूबा है।

(ख) को अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करना चाहिए

(ग) मैं साइकिल से गिरते-गिरते बच ग

(घ) मानस कहानी सुनते-सुनते सो गया।

5. क्रियाविशेषण पदबंध

एक से अधिक पद मिलकर क्रियाविशेषण की तरह कार्य करते हैं तो उन्हें क्रियाविशेषण पदबंध है। उदाहरण-

(क) पिछले दो घंटे से वर्षा हो रही है।

(ख) बिना विचारे कोई काम मत करो।

(ग) वह दिन-प्रतिदिन मोटा होता जा रहा है।।

(घ) धीरे-धीरे चलकर भी पहाड़ की चोटी पर पहुँच ही गए।

विशेष

  • पदबंध वाक्यांश की तरह होते हैं, वाक्य नहीं।
  • पदबंध एक से अधिक पदों का योग होते हैं जो आपस में जुड़े होते हैं।

अब तक हमने सीखा

शब्द का जब वाक्य में प्रयोग होता है तो उसे पद कहते हैं।

वाक्य में जब एक से अधिक शब्द मिलकर एक इकाई की तरह कार्य करते हैं तो उसे पदबंध कहते हैं।

पदबंध पाँच प्रकार के होते हैं-संज्ञा पदबंध, सर्वनाम पदबंध, विशेषण पदबंध क्रिया पदबंध, क्रिया- विशेषण पदबंध .

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